तुम मुझसे कह सको
और में तुम्बे सुन सकू
ये ज़रूरत तो नहीं.
रास्तें अलग हैं लेकिन
ख्वाब भी अलग हो
ये ज़रूरत तो नहीं.
परेशां हु में
नादाँ तन्हाई को कैसे दफनाओ
तुम्हारी परछाई को छूकर
तुम्हें भी आग़ाज़ मिल जाये
ये ज़रूरत तो नहीं.
©
©